एक तरफ नो पावर कट का तमगा और दूसरी ओर घंटों की बिजली कटौती। शहर के लोग परेशान हैं। दो-चार घंटे नहीं, यहां तो दस-दस घंटे की कटौती हो रही है। घंटों की कटौती के बाद बिजली आती है, तो कुछ ही देर बाद फिर से बत्ती गुल हो जाती है। सेक्टर-49 हिंडन विहार में पिछले तीन दिनों से बिजली के बिना लोगों का हाल बुरा है। बिन बिजली घरों में पानी नहीं आ पा रहा है। लोग रात सड़क पर काटने को विवश हैं। बच्चों को लोग कार में एसी चला सुला रहे हैं। लोगों की शिकायतें बिजली विभाग के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं। फोन उठाते ही नहीं। लोगों में उबाल है। जल्द हालत न सुधरने पर बिजली विभाग के दफ्तरों पर प्रदर्शन करने की तैयारी है।
शहर के रिहायशी क्षेत्रों में बिजली की जबरदस्त कटौती चल रही है। बार-बार शीड्यूलिंग के नाम पर हो रही कटौती अब अपनी हदें पार करती जा रही हैं। दिन तो बगैर बिजली के कट भी जाता है, दिक्कत रात को ज्यादा हो रही है। जिन्होंने जेनरेटर लगा रखे हैं वह भी त्रस्त हैं। हिंडन विहार कॉलोनी से बार-बार आ रही शिकायतों पर जब जागरण संवाददाता ने शनिवार को कॉलोनी का जायजा लिया, तो वहां बिजली किल्लत से त्रस्त महिलाएं बिजली विभाग को कोसने लगी। उनमें गुस्सा इस बात का भी था कि बिजली न आने की स्थिति में विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी फोन तक नहीं उठाते। यदि फोन उठा भी लिया तो बिजली न आने की बात सुनते ही गलत नंबर बोल फोन काट देते हैं। इससे यह भी पता नहीं चल पाता कि बिजली न आने की वजह क्या है? कहीं फाल्ट है तो वह कब तक दूर हो पाएगा। महिलाएं यह कहती नजर आई कि समय पर बिल का भुगतान करते हैं फिर भी इस क्षेत्र के साथ बिजली विभाग का ऐसा बर्ताव क्यों है।
हिंडन विहार में बिजली के तार काफी जर्जर दिखीं। कहीं न कहीं यह जर्जर तारें भी यहां बिजली संकट का एक महत्वपूर्ण कारण है। आए दिन यह तारें टूटती हैं। जिससे सड़क पर हादसे की संभावना भी बनी रहती है। कालोनी में सभी यह कहते नजर आए कि जर्जर तारों के कारण फाल्ट होने से बिजली गुल होने की दिक्कतें बढ़ गई है। बृहस्पतिवार देर रात से शनिवार तक बिजली नहीं आने के कारण लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। बिन बिजली घरों में पानी नहीं आ पा रहा है। इससे लोगों की दिनचर्या के साथ अन्य कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि संबंधित विभागों में शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
बिजली किल्लत से त्रस्त हैं महिलाएं
हिंडन विहार में रहने वाली अर्चना त्यागी का कहना है कि बृहस्पतिवार रात से शनिवार सुबह तक बिजली नहीं आई है। लोग रात सड़क पर काटने को विवश है। सड़क पर मच्छर परेशान करते हैं। लोग बीमार हो रहे हैं। एसडीओ को फोन करने पर वह गलत नंबर कह फोन काट देते हैं। सोनिया त्यागी का कहना है कि सी-16 के सामने आए दिन बिजली के तारों में स्पार्किंग होती है। इससे तार जल गए है। हिंडन विहार की सुध लेने के लिए कोई तैयार नहीं है। जर्जर तार कभी भी हादसे का सबब बन सकते हैं। बिजली के साथ पानी की भी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। सीमा अधिकारी का कहना है कि कार स्टार्ट कर उसमें बैठकर रात भर काटनी पड़ रही है। इससे काफी पैसा बर्बाद हो रहा है। लोगों की समस्या से विभाग के अधिकारियों को कोई लेना-देना नहीं है। बलराज कौर का कहना है कि बिजली अधिकारियों को एक-दो बार नहीं, कई बार शिकायत कर चुके हैं। परंतु कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जल्द समाधान नहीं हुआ, तो लोग सड़क पर जन आंदोलन शुरू कर देंगे। गृहणी संगीता कहती हैं बिजली न आने से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। उमस भरे इस मौसम से वे बीमार पड़ रहे हैं। हम बिल समय पर चुकाते हैं फिर बिजली विभाग का ऐसा रवैया क्यों है? जितेंद्र कौर का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारी फोन नहीं उठाते, अगर कभी उठा भी लेते है, तो हिंडन विहार का नाम सुनते ही फोन काट देते हैं। इससे बिजली की समस्या ने लोगों को सड़क पर रहने को विवश कर दिया है।
एबीसी लाइन में फाल्ट आने के कारण बिजली गुल हुई थी। देर रात फाल्ट होने का पता लगा था, जांच कराने पर एबीसी केबल के खराब होने की बात सामने आइ। शुक्रवार को दिन में केबल बदलने का कार्य किया गया लेकिन लगातार रोस्टिंग होने के कारण बिजली आपूर्ति ठीक से नहीं हो सकी। एबीसी केबल बदली जा चुकी है। देर शाम आपूर्ति बहाल हो गई।
एके कपिल, उप खंड अधिकारी, विद्युत निगम।
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