ग्रेटर नोएडा से आगरा वाया यमुना एक्सप्रेस वे इन दिनों रोडवेज विभाग के लिए कुबेर का खजाना साबित हो रहा है। इस मार्ग पर चलने वाली बसें मानक के अनुरूप कमाई कर रही है। जिससे रोडवेज विभाग गदगद है।
ज्ञात हो कि बीते वर्ष नौ अगस्त को ग्रेटर नोएडा से आगरा के बीच करीब 165 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे का शुभारंभ किया गया था। शुरुआती दिनों में इस मार्ग का प्रयोग शौकिया सफर के लिए लोगों ने शुरू किया था। लेकिन जाम मुक्त एक्सप्रेस वे अब आम लोगों के लिए जरूरत का हिस्सा बन गया है। अब रोजाना हजारों गाड़ियां इस मार्ग का प्रयोग कर दिल्ली और आगरा के बीच दौड़ लगा रही है। इन गाड़ियों में सबसे ज्यादा बसें उत्तर प्रदेश परिवहन की संचालित की जा रही है। करीब दस गाड़ियां जनपद गौतमबुद्धनगर की दोनो डिपो से संचालित की जा रही है। जबकि गाजियाबाद, बुलंदशहर, मुरादाबाद, हापुड़, मेरठ, साहिबाबाद, आनंद विहार और सराय काले खां बस अडडे से करीब दो दर्जन से अधिक बसें संचालित की जा रही है। जिससे रोडवेज विभाग को छप्पर फाड़ कमाई हो रही है।
ग्रेटर नोएडा डिपो के चार बसों को यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते नोएडा से आगरा के बीच संचालित की जा रही है। इन बसों का मानक किराया 24 रुपये के आसपास है लेकिन बस इससे ज्यादा कमाई कर रही है। आगामी दिनों में इस मार्ग पर बस बढ़ाए जाने की उम्मीद है।
एसके वर्मा, एआरएम।
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