सचिन तेंदुलकर के 200वें टेस्ट को आयोजित करने के लिए मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) और बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) आमने-सामने हैं और इसके लिए इन दोनों संघों की ओर से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पर जबरदस्त दबाव बनाया जा रहा है। हालांकि रोटेशन पॉलिसी के तहत इन दोनों का ही नंबर नहीं आता है लेकिन यह दोनों अपने-अपने तर्क देकर इस मैच को अपने यहां आयोजित करना चाहते हैं। नवंबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला जाने वाला सीरीज का दूसरा और अंतिम टेस्ट मास्टर ब्लास्टर के करियर का 200वां टेस्ट होगा।
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बीसीसीआइ के अधिकारी राजीव शुक्ला ने बुधवार को कहा कि कैब और एमसीए दोनों की इस मैच को अपने यहां आयोजित करने की चाहत पर बोर्ड ध्यान देगा। रोटेशन नीति के तहत ईडन गार्डस और वानखेड़े को मैच नहीं दिया जा सकता लेकिन अगर वास्तविक मेजबान अपना मैच इनमें से किसी को देना चाहेगा तो हम इस पर विचार करेंगे। मालूम हो कि रोटेशन नीति के तहत अहमदाबाद के मोटेरा ग्राउंड का नंबर आता है। अब यह देखना होगा कि गुजरात क्रिकेट संघ यह मौका कैब या एमसीए के लिए छोड़ता है या नहीं। गुजरात क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और वह ऐसे मौकों को छोड़ने के लिए नहीं जाने जाते।
पूर्व बीसीसीआइ उपाध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि वेस्टइंडीज ने नवंबर में होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज को मंजूरी दे दी है। हालांकि अभी कार्यक्रम की घोषणा नहीं हुई। सचिन के रिटायरमेंट पर चल रही सुगबुगाहट के बारे में राजीव ने कहा कि अभी तक बीसीसीआइ को ऐसी कोई सूचना नहीं है। हमें सचिन ने आधिकारिक रूप से ऐसा कुछ नहीं बताया है। यह सब खबरें मीडिया में ही चल रही हैं। मेरे हिसाब से तो वह रिटायरमेंट नहीं लेने वाले हैं। सचिन के रिटायरमेंट के लिए ही वेस्टइंडीज सीरीज को आयोजित करने वाले के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस सीरीज को किसी के रिटायरमेंट के लिए आयोजित नहीं किया जा रहा है। बीसीसीआइ पहले से ही नवंबर में एक सीरीज करवाने की योजना बना रहा था जिसमें पिछली बैठक पर फैसला हो गया।
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